571 केला और नारियल एक बीजपत्री फल है।
572 सिनकोना पौधे के तने की छाल से कुनैन प्राप्त की जाती है।
573 बीज के अंकुरण में महत्वपूर्ण कारणों में प्रमुखत: हवा नमी एवं उपयुक्त ताप होते है। सूर्य का प्रकाश नही होता है।
574 यीस्ट और मशरूम फफूँद (फंजार्इ) होते है।
575 कीटों के वैज्ञानिक अध्ययन को एन्टोमोलाजी कहते है।
576 फल विज्ञान के अध्ययन को पोमोलाजी कहते है।
577 पुष्प विज्ञान के अध्ययन को फ्लोरीकल्चर कहते है।
578 सब्जी विज्ञान के अध्ययन को ओलेरीकल्चर कहते है।
579 आँख का वह भाग जिसमें वर्णांक होल होता है तथा जो किसी व्यकित की आँखों का रंग निशिचत करता है उसे आइरिस भाग कहते है।
580 अमोनिया को नाइट्रेट में बदलने में नाइट्रोसोमोनास भूमिका निभाता है।
581 जीनोम चित्रण का सम्बन्ध जीन्स के चित्रण से है।
582 पंतगा बारूदी सुरंगो का पता लगाने में उपयोगी होते है।
583 एजोला नीलहरित शैवाल एवं एल्फाल्फा जैव उर्वरक के रूप प्रयोग होते है।
584 गिरगिट एक आँख से आगे की ओर तथा उसी समय दूसरी आँख से पीछे की ओर देख सकता है।
585 कृषि की वह शाखा जो पालतु पशुओं के चारे आश्रय, स्वास्थ्य तथा प्रजनन से सम्बधित होती है उसे पशुपालन (एनीमलहस्बेन्ड्री) कहते है।
586 जेरेन्टोलाजी वृद्व अवस्था के अध्ययन को कहा जाता है।
587 जनसंख्या एवं मानव जाति के महत्वपूर्ण आंकडो के अध्ययन को जनांकिकी कहते है।
588 एक जलीय पौधे को हाइड्रोफाइट कहते है।
589 हरे फलों को कृत्रिम रूप से पकाने हेतु एसीटिलीन गैस का प्रयोग करते है।
590 प्रकाश संष्लेशण की कि्रया में प्रकाश ऊर्जा , रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित होती है।
591 .वृक्ष की आयु का वर्शो में निर्धारण उसमें उपस्थित वार्शिक वलयों की संख्या के आधार पर किया जाता है।
592 सिरकोना की छाल से प्राप्त औषधि को मलेरिया के उपचार के लिए प्रयोग किया जाता है। जिस कृत्रिम औषधि ने इस प्राकृतिक औषधि के प्रतिस्थापित किया वह क्लोरोकिवन है।
593 मृदा को नाइट्रोजन से भरपूर करने वाली फसल मटर की फसल है।
594 यदि जल का प्रदूषण वर्तमान गति से होता रहा तो अन्तत: जल पादपों के लिए आक्सीजन के अणु अप्राप्य हो जायेगें ।
595 घोंसला बनाने वाला एक मात्र सर्प नागराज (किंग कोबरा) है।
596 नदियाें में जल प्रदूषण की माप आक्सीजन की घुली हुर्इ मात्रा से की जाती है।
597 शिशु का पित्रत्व स्थापित करने के लिए डीएनए फिंगर प्रिंटिग तकनीक का प्रयोग किया जा सकता हैं।
598 भारतीय किसान टर्मिनेट बीज प्रौधोगिकी के प्रवेश से असंतुष्ट है क्योकि इस प्रौधोगिकी से उत्पादित बीजों से अंकुरणक्षम बीज बनाने में असमर्थ पौधों के उगने की सम्भावना होती है।
599 मछली के मांस में बहुअसंतृप्त वसा अम्ल होते है इसलिए इसका उपभोग अन्य पशुओं के मांस की तुलना में स्वास्थ्यकर माना जाता है।
600 जीवाणु , सूक्ष्म शैवाल और कवक उधोगों में सर्वाधिक व्यापक रूप से उपयोग में आता है।

Post a Comment

Blogger

Your Comment Will be Show after Approval , Thanks

Ads

 
[X]

Subscribe for our all latest News and Updates

Enter your email address: