121 वृषण मे टेस्टो-स्टीरोन तथा एण्ड्रो-स्टीरोन हार्मोन की उत्पत्ति के कारण ही नर में दाढी-मूछ का विकास, स्वभाव मे अंतर, नर जननांगों का विकास आदि लक्षण होते हैं |
122 अण्डाशयों द्वारा स्रावित एस्ट्रोजन हार्मोन के कारण स्त्री मे मासिक चक्र तथा स्तन ग्रंथियों के विकास मे सहायता मिलती है |
123 अण्डाशयों मे ही प्रोजैस्टीरोन नामक हार्मोन की उत्पत्ति के कारण स्तनों की वृद्धि, गर्भाशय की रचना आदि का विकास होता है |
124 पीयूष या पिट्यूटरी ग्रंथि को मास्टर ग्रंथि कहते हैं | पिट्यूटरी ग्रंथि मस्तिष्क मे होती है |
125 केचुआ, हाइड्रा, तथा जोक मे एक ही जीव नर तथा मादा दोनों युग्मकों को उत्पन्न करता है | ऐसे जीवों को उभयलिंगी या द्विलिंगी कहते हैं
126 जंतुओं मे युग्लीना स्वपोषी है | इसकी कोशिका में पर्णहरिम पाया जाता है | यह भी पौधों की भांति प्रकाश संश्लेषण द्वारा अपना भोजन स्वयं बनाता है |
127 श्वसन मे बाहर निकली वायु मे आक्सीजन की मात्रा 17 प्रतिशत तथा कार्बन डाई आक्साइड की मात्रा 4 प्रतिशत होती है |
128 प्रकाश संश्लेषण में उत्पन्न होने वाली आक्सीजन जल से निकलती है |
129 पौधों मे श्वसन की क्रिया दिन व रात दोनों मे होती है |
130 प्रकाश संश्लेषण के द्वारा पौधे जो प्रथम खाद्य पदार्थ बनाते हैं वह शर्करा होता है |
131 रसारोहण द्वारा अवशोषित जल तथा खनिज लवण पत्तियों तक पहुंचते हैं |
132 निषेचन के बाद अण्डाशय फल मे बदल जाता है |
133 मानव शरीर मे मांसपेशियों की संख्या 639 होती है |
134 मानव शरीर की सबसे बडी मांसपेशी कुल्हा की मांसपेशी है |
135 मानव शरीर की सबसे छोटी मांसपेशी स्टैपिडियस है |
136 शरीर मे भोजन का पाचन मुख से प्रारम्भ होता है |
137 पचे हुए भोजन का अवशोषण छोटी आंत मे होता है |
138 भोजन के पाकाशय मे पहुंचते ही सबसे पहले इसमे यकृत से निकलने वाला पित्त रस आकर मिलता है |
139 पित्त रस क्षारीय होता है, यह रस हरा-पीला होता है | यह भोजन को अम्लीय से क्षारीय बना देता है |
140 यकृत की कोशिकाओं से पित्त रस का स्रावण होता है तथा पित्ताशय में एकत्रित होता है |
141 मानव शरीर की सबसे बडी ग्रंथि यकृत (Liver) है |
142 मानव शरीर की सबसे छोटी ग्रंथि पिट्यूटरी ग्रंथि (मास्टर ग्रंथि) है |
143 शरीर के ताप को हाइपो-थैलम ग्रंथि नियंत्रित करती है |
144 फाइब्रिनोजेन नामक प्रोटीन का उत्पादन यकृत से ही होता है; जो रक्त का थक्का बनने मे मदद करता है |
145 हिपैरीन नामक प्रोटीन का उत्पादन यकृत के द्वारा होता है, जो शरीर के अंदर रक्त को जमने से रोकता है |
146 मृत RBC को नष्ट करने का कार्य यकृत द्वारा किया जाता है |
147 भोजन मे जहर दे कर मारे गये व्यक्ति की मृत्यु के कारणों की जांच मे यकृत एक महत्वपूर्ण सुराख होता है |
148 पित्त भोजन के साथ आये हानिकारक जीवाणुओं को नष्ट करता है |
149 यकृत यूरिया निर्माण मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है | यकृत एक उत्सर्जी अंग है |
150 यकृत मे विटामिन ए का संग्रह होता है |


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