DDoS अटैक क्या है? हिंदी में [What is a DDoS Attack? in hindi]

डीडीओएस अटैक के बारे में हम आज बात करने वाले है की डीडीओएस अटैक क्या होता है , डीडीओएस  का फुल नाम डिस्ट्रिब्यूटेड डिनायल ऑफ़ सर्विस है यह एक प्रकार का सर्विस है जो किसी भी सर्वर को डाउन करने के लिए उपयोग में लिया जाता है ?



आईपी एड्रेस कितने प्रकार के होते है ?

डीडीओएस का उपयोग क्यों किया जाता है ?[Why DDoS Attack is used? in Hindi ]

डीडीओएस एक इलीगल एक्टिविटी है जो बहुत ही प्रभावकारी है , इसमें अटैकर को किसी भी प्रकार के डायरेक्ट फायदा नहीं होता है . लेकिन इनडायरेक्ट बहुत सारे फायदे है ?


DDoS  Attack  क्या होता है ?

DDOS Example - आप की ऑनलाइन वेबसाइट है जहा पर वेब यूजर आकर purchasing करते है या किसी भी प्रकार का सर्विस लेते है , आपकी वेबसाइट की अच्छी खाशी वैल्यू है तो अटैकर आपके वेबसाइट पर अटैक करके उसे जाम कर देगा जिससे की आप का सर्वर डाउन कर देगा जिससे की आपके वेबसाइट के यूजर कही और जा सकते है , यह काम आपका कॉम्पिटिटर भी करा सकता है , या नहीं तो उसके बदले वह पैसे की मांग कर सकते है की वह दोबारा नहीं करेंगे आदि .
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डीडीओएस अटैक कैसे होता है ?[How does a DDoS attack happen? in Hindi]

अटैकर फेक यूजर बनाते है , जिसे बोट नेट के नाम से जानते है यह काम कैसे करता है आपके ध्यान में आरहा होगा , किसी भी वेबसाइट पर एक मिनट या सेकंड में कितने यूजर वेबसाइट पर विजिट कर सकते है उसकी लिमिट होती है मान लेते है एक वेबसाइट पर एक सेकंड में दस हजार विजिटर आ सकते है , क्योकि ये डाटा के लेन देन करते है इसलिए लिमिट होता है , अटैकर एक सेकंड में तिस हजार विजिटर आपके वेबसाइट पर सेंड कर देगा तो तिस उसका कर दस आपके तो होगयी न आपकी वेबसाइट जाम , सही से रेस्पॉन्ड नहीं करेगी , यूजर आपके हट जायेंगे रेटिंग कम हो जाएगी आदि .  जो अटैकर के यूजर होते है जिन्हे हम बोटनेट के नाम से जानते है , वो फेक यूजर के साथ साथ फेक आईपी एड्रेस भी होता है .



क्या मुझे दिन-प्रतिदिन इंटरनेट ब्राउजिंग के लिए वीपीएन का उपयोग करना चाहिए?

क्या डीडीओएस इलीगल है ?[Is DDOS Attack illegal? in Hindi]

डीडीओएस एक इल्लीगल एक्टिविटी है , यूनाइटेड स्टेट के तहत Computer Fraud and Abuse Act (CFAA) उसे नुकसान का भरपाई और साथ में जेल में भी हो सकता है .




DDoS का पूरा नाम हिंदी में[Full name of DDoS in Hindi]

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डीडीओएस अटैक से बचने के क्या उपाय है ?[What are the ways to avoid DDoS attack? in Hindi]

डीडीओएस  अटैक से बचने के कई सारे तरीके है , पहला तो आप एक पॉवरफुल VPN ले और यदि आप बड़े स्तर का काम कर रहे है तो वाइट हैकर को रिक्रूट कर ले .

DoS और DDoS हमलों के बीच अंतर क्या है? [What is the difference between DoS and DDoS attacks? in Hindi]

Denied of service (DoS) हमले और वितरित(distributed) Denial of Service (DDoS) हमले बहुत समान हैं। उनके बीच एकमात्र अंतर उनका पैमाना है। एकल DoS हमले एक स्रोत(Source) से आते हैं, जबकि DDoS (distributed) हमले कई स्थानों(Location) से आते हैं, अक्सर खराब(Destroy) हो जाते हैं।

चाहे DoS या DDoS Attack हो, हमलावर(Attacker) एक या अधिक कंप्यूटरों का उपयोग करता है। DoS के हमले उस स्पेक्ट्रम के निचले छोर पर हैं जबकि DDoS के हमले उच्च अंत(High end) पर हैं। बहुत बड़े DDoS हमले सैकड़ों या हजारों प्रणालियों को फैला सकते हैं। DoS / DDoS हमलों के प्रसार(Spreading) को सीधे DDoS-for-hire Service market के प्रसार के लिए जिम्मेदार ठहराया जाता है, जिसे Booter Services भी कहा जाता है।

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