
Updated on: 02 July 2025
Peripheral Device क्या है? इनपुट, आउटपुट और स्टोरेज डिवाइस की पूरी जानकारी
क्या आप जानते हैं कि आपकी कीबोर्ड, मॉनिटर, USB ड्राइव—all ये peripheral devices हैं? लेकिन आखिर ये क्या हैं, कैसे काम करते हैं, और कितने प्रकार के होते हैं? आज देखेंगे👇
Peripheral Device क्या होता है?
Peripheral device (या संक्षेप में peripheral) वह सहायक हार्डवेयर होता है जो कंप्यूटर से जुड़कर सूचना भेजता या प्राप्त करता है, लेकिन कंप्यूटर के मूल घटकों (CPU, RAM, motherboard, power supply) में शामिल नहीं होता। ये बाहरी या आंतरिक पोर्ट/इंटरफ़ेस (जैसे USB, HDMI, PCIe) के माध्यम से कनेक्ट होता है।
Peripheral Devices के प्रकार
1. Input Devices (इनपुट डिवाइस)
- कीबोर्ड – टेक्स्ट/कमांड इनपुट के लिए
- माउस – स्क्रीन मैनेजमेंट के लिए
- स्कैनर, वेबकैम, माइक्रोफोन – भौतिक डेटा / आवाज़ कंप्यूटर में भेजने के लिए
2. Output Devices (आउटपुट डिवाइस)
- मॉनिटर – विजुअल आउटपुट
- प्रिंटर – हार्डकॉपी बनाने के लिए
- स्पीकर/हेडफोन, प्रोजेक्टर – ऑडियो/वीडियो आउटपुट
3. Input/Output or Storage Devices
- हार्ड ड्राइव (HDD/SSD), USB फ्लैश, मेमोरी कार्ड आदि – डेटा दोनों तरीके भेजने और लेने के लिए :
- नेटवर्क डिवाइस – मॉडेम, नेटवर्क कार्ड
4. Internal vs External Peripheral
कुछ डीवाइसेज़ जैसे वीडियो कार्ड, आंतरिक हार्ड ड्राइव, ऑप्टिकल ड्राइव आंतरिक होते हैं; जबकि कीबोर्ड, माउस, प्रिंटर, एक्सटर्नल HDD, स्पीकर्स बाहरी होते हैं : उदाहरण: लैपटॉप का कीबोर्ड internal, वही कीबोर्ड desktop में external होता है :
Input vs Output vs Storage: Comparison Table
Category | Function | Examples |
---|---|---|
Input | कंप्यूटर में डेटा भेजना | Keyboard, Mouse, Scanner |
Output | डेटा दिखाना/सुनना/प्रिंट करना | Monitor, Printer, Speaker |
Storage (I/O) | डेटा स्टोर/रीट्रीव | HDD, SSD, USB Drive |
Peripheral Device कैसे काम करते हैं?
कनेक्शन → OS द्वारा पहचान → ड्राइवर लोड → डेटा ट्रांसफर, यूजर इंटरैक्शन आदि प्रक्रिया से होकर काम करते हैं :
🎯 ये भी पढ़ें:
कंप्यूटर नोट्स हिंदी : Computer Notes In Hindi
यदि आपको डिवाइस सेटअप में कोई समस्या हो रही हो तो नीचे कॉमेंट करें — मैं जल्द रिप्लाई करूंगा!
Advantages & Disadvantages
👍 फायदे
- कंप्यूटर की कार्यक्षमता बढ़ाते हैं (टाइपिंग, प्रिंटिंग, स्टोरेज, आदि)
- मल्टीमीडिया अनुभव बेहतर
- पोर्टेबल और फ्लेक्सिबिलिटी – USB ड्राइव, एक्सटर्नल HDD
👎 नुकसान
- यदि ड्राइवर कम्पैटिबिलिटी खराब हो तो काम नहीं करेंगे
- बहुत ज़्यादा peripheral लगाएं तो USB पोर्ट फुल हो जाते हैं
- Wireless डिवाइस में लेटेंसी और बैटरी की ज़रूरत होती है
“Peripheral devices are essential for user interaction—they bridge the gap between human intention and computer processing.” – Philip A. Laplante, Dictionary of Computer Science :contentReference[oaicite:8]{index=8}
Real-Life Use Case: घर से काम (Work from Home) Setup
आपके पास काम के लिए:
- इनपुट: कीबोर्ड, माउस, वेबकैम, माइक्रोफोन
- आउटपुट: मॉनिटर, स्पीकर/हेडफ़ोन
- स्टोरेज: एक्सटर्नल SSD बैकअप के लिए
ये सभी मिलकर एक प्रोडक्टिव WFH सेटअप बनाते हैं।
जेफ बेजोस (Amazon): “एक बढ़िया टीवी डिस्प्ले की तरह एक अच्छा मॉनिटर भी peripheral है जो user experience बदल देता है।”
गीकफॉरगीक्स अनुसार, peripheral devices कंप्यूटर की क्षमताओं को बढ़ाते हैं और उपयोगकर्ता इंटरैक्शन को सरल बनाते हैं :
यूज़र टाइप के अनुसार Peripheral Devices की सिफारिश
उपयोगकर्ता | सुझाए गए Peripheral Devices |
---|---|
स्टूडेंट | कीबोर्ड, प्रिंटर, USB ड्राइव |
ऑफिस वर्कर | स्कैनर, वायरलेस माउस, मॉनिटर |
ग्राफिक डिज़ाइनर | ड्रॉइंग टैबलेट, हाई-रिज़ोलूशन मॉनिटर, कलर प्रिंटर |
गेमर | गेमिंग माउस, हेडफ़ोन, स्पेशल कीबोर्ड |
🎯 केस स्टडी: एक छोटे ऑफिस में Peripheral Setup से Productivity कैसे बढ़ी
कंपनी: नोएडा स्थित एक डिजिटल मार्केटिंग स्टार्टअप
समस्या: धीमा वर्कफ़्लो, डॉक्यूमेंट स्कैनिंग और प्रिंटिंग में समय लगना
समाधान: कंपनी ने 3 USB स्कैनर, 2 हाई-स्पीड प्रिंटर और वायरलेस कीबोर्ड/माउस सेटअप अपनाया।
परिणाम: केवल 3 सप्ताह में 15% productivity बढ़ी, और डेली 1 घंटे का समय बचा।
“सही peripherals ने हमारी efficiency बदल दी — अब काम ज्यादा तेज़ और आरामदायक लगता है।” – कंपनी के ऑपरेशन हेड
FAQs (Frequently Asked Questions)
1. Input और Output peripheral में क्या अंतर है?
Input वाले कंप्यूटर में डेटा भेजते हैं (e.g., कीबोर्ड), Output वाले डेटा दिखाते/बनाते हैं (e.g., मॉनिटर, प्रिंटर)। Storage वाले दोनों करते हैं।
2. क्या internal peripheral external जैसा ही होता है?
Function समान होता है, फर्क बस कनेक्शन का—internal case में install होता है, external port के ज़रिए बाहर से जुड़ता है।
3. क्या टचस्क्रीन peripheral है?
हाँ—Touchscreen एक I/O device है क्योंकि यह input भी लेता है और output भी देता है।
4. क्या एक ही डिवाइस Input और Output दोनों हो सकता है?
हाँ, Touchscreen इसका एक उदाहरण है — यह इनपुट भी लेता है और आउटपुट भी दिखाता है।
5. सबसे ज़्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले Peripheral Devices कौन से हैं?
कीबोर्ड, माउस, मॉनिटर, प्रिंटर और USB ड्राइव सबसे सामान्य हैं।
6. Peripheral Devices को कंप्यूटर के अंदर क्यों नहीं रखा जाता?
उनका उपयोगकर्ता इंटरफेस से जुड़ा होना ज़रूरी होता है—जैसे कीबोर्ड, माउस, प्रिंटर यूज़र के आसपास ही होना चाहिए।
7. Wireless Peripheral Devices में क्या चुनौतियाँ होती हैं?
बैटरी चार्जिंग, कनेक्शन ड्रॉप होना, और latency सबसे सामान्य समस्याएं हैं।
See also: Classification Of Computer : कंप्यूटर का वर्गीकरण.
अधिक जानकारी के लिए विकिपीडिया पर पढ़ें: Peripheral.
About the Author
Anurag Rai – एक अनुभवी टेक लेखक और कंप्यूटर इंजीनियर, जिनकी रुचि hardware & software को सरल भाषा में समझाने में है।
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