421 गाय बैलों की वे नस्लें जिनकी गाय अच्छी मात्रा में दूध देती है। परन्तु बैल कम शक्तिशाली होते है। मिल्क ब्रीड कहलाती है।
422 यदि पौधे को अंधेरे में उगाया जाय तो वह लम्बा हेा जाता है क्योकि उसमें आक्सीजन की मात्रा बढ जाती है।
423 बी0एम0आर0 का अभिप्राय बेसिक मेटा बोलिक रेट है।
424 बोटुलिज्म एक प्रकार का भोजन दूषण है जो क्लोस्ट्रीडियम जीवाणु द्वारा होता है।
425 व्यापारिक कार्क फ्लोएम से प्राप्त होती है।
426 नारियल अधिकांशतया समुद्र के किनारें के प्रदेशो में व्यापक रूप से पाया जाता है। क्योकि इसके फल जल पर तैरते है।
427 नारियल का फल ड्रूप होता है।
428 अद्र्वसूत्री विभाजन में दो विभाजन होते है, एक न्यूनकारी विभाजन तथा एक सूत्री विभाजन ।
429 माता पिता के गुण सन्तान में गुणसूत्र द्वारा स्थानानतरित होते है।
430 जीन डी0एन0ए0 के बने होते है।
431 जब गुणसूत्रों के बिना विभाजन के कोशिका में विभाजन होता है तो उसे असूत्री विभाजन कहते है।ं
432 बैक्टीरिया में माइटोकोणिड्रया एवं केन्द्रक नही होते ।
433 समतापी प्राणियों में ताप का नियमन करने वाला मस्तिष्क केन्द्र हाइपोथैलेमस है।
434 आज्ञा का पालन करना प्रतिवर्ती क्रिया का उदाहरण नही है।
435 मनुष्य में मेरू तन्त्रिकाओं की संख्या 31 युग्म है।
436 हमारी जीभ पर स्वाद कलिकाएें , जो खटटे का ज्ञान कराती है जीभ के पाश्र्व भाग पर पायी जाती है।
437 मस्तिष्क के सबसे बाहर का स्तर डयूरामेटर होता है।
438 मस्तिष्क का जो भाग बुध्दि का भाग कहलाता है, उसे वैज्ञानिक भाशा में सेरीब्रल हेमीसिफयर कहते है।
439 औधोगिक प्रक्रमों में जीवधारियों अथ्वा उसने प्राप्त पदार्थो का उपयोग जैव प्रोधोगिकी की श्रेणी में आता है।
440 हमारे देश में क्लोरेमफेनिकोल प्रतिजैविक का उत्पादन नही होता है , पेनिसिलिन , एमिपसिलिन एवं टेट्रासाइक्लीन का प्रयोग होता है।
441 आनुवांशिकी के अनुसार आर0एच- पुरूष और आर0एच0 + स्त्री विवाह सम्भव है।
442 उत्परिवर्तन का सिध्दांत डी व्रीज ने दिया था ।
443 विकास सिध्दांत के अनुसार मनुश्य व कपि एक ही पूर्वज से विकसित हुआ।
444 जीवन का रासायनिक सिध्दांत ओपेरिन का सिद्वान्त है।
445 वनस्पतिशास्त्रीयों के अनुसार स्थल पर सर्वप्रथम आने वाले पौधे मांस तथा उनके सम्बन्धी पौधे के समान थे ।
446 मनुष्य में अवषेशी अंग कर्णपल्लव पेशिया है।
447 जीवाश्म जैव विकास की विभिन्न अवस्थाओं का रहस्योदघाटन करते है।
448 वनस्पति विज्ञान के जनक थि्रयोफ्रेस्टस थे।
449 जीव विज्ञान का जनक अरस्तु थे ।
450 मानव शरीर की संरचना का पता लगाने वाला पहला वैज्ञानिक एंडि्रयास विसैलियम था।

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