ट्रांसपोर्ट लेयर सिक्योरिटी (TLS) एक प्रोटोकॉल है जो क्लाइंट / सर्वर एप्लिकेशन के बीच Communication security प्रदान करता है जो इंटरनेट पर एक दूसरे के साथ Communicate करते हैं। यह इंटरनेट पर Different Nodes के बीच Transmitted data के लिए Privacy, integrity और Security को capable बनाता है। TLS Security Socket Layer (SSL) प्रोटोकॉल का उत्तराधिकारी(Successor) है।
Definition - What does Transport Layer Security (TLS) mean?टीएलएस मुख्य रूप से Secure Web Browsing, Application Access, डेटा ट्रांसफर और अधिकांश Internet Base Communication को सक्षम (Capable) बनाता है। यह Transmitted / transport किए गए डेटा को Crawling or tampering होने से रोकता है। TLS का उपयोग वेब ब्राउज़र, वेब सर्वर, वीपीएन, डेटाबेस सर्वर और बहुत कुछ Secure करने के लिए किया जाता है।
TLS प्रोटोकॉल मेंSub-Protocol की दो अलग-अलग Layers होती हैं:
- टीएलएस हैंडशेक प्रोटोकॉल: क्लाइंट और सर्वर को एक दूसरे को Authenticate करने और डेटा भेजने से पहले एक एन्क्रिप्शन एल्गोरिथ्म का Selection करने में सक्षम (Capable) बनाता है
- टीएलएस रिकॉर्ड प्रोटोकॉल: यह सुनिश्चित करने के लिए Standard टीसीपी प्रोटोकॉल के top पर काम करता है कि निर्मित कनेक्शन Secured और Trusted है। यह डेटा एनकैप्सुलेशन और डेटा एन्क्रिप्शन सेवाएं भी प्रदान करता है।
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