लेजर प्रिंटर और इंकजेट प्रिंटर कैसे काम करता है . और उनके बारे में [How Laser Printers and Inkjet Printers Work And about them]

लेजर प्रिंटर हमें बहुत ही उच्च कवालीटी का आउटपुट देता है . इसका प्रयोग छोटे - बड़े ऑर्गनाइजेशन में प्रयोग लिया जा रहा है . ईसे हम हाई कवालीटी का प्रिंटर्स भी कह सकते है . यह पर्सनल प्रयोग के लिए भी आसानी से लिया जा सकता है .
लेजर प्रिंटर और इंकजेट प्रिंटर कैसे काम करता है . और उनके बारे में

  • Laser Printer Component

लेजर प्रिंटर में कई कॉम्पोनेन्ट होते है . ईस सेक्शन में हम लेजर प्रिंटर के सभी कॉम्पोनेन्ट को कवर करेंगे .
  1. पिकअप रोलर का प्रयोग पेपर शिट को पिक करके प्रिंटर में सेंड करना होता है .
  2. सेप्रटर पैड्स पिकअप रोलर के साथ कंफ़र्म करता है की एक बार में केवल एक ही पेपर को उठाये .
  3. imaging drum गोल होता है , रोटेटिंग सिलिंडर फोटोसेन्सटिव सरफेस से घिरा होता है . लेजर प्रकाश को इमेज को write करने के लिए लेता है जो ड्रम पर लिखा जाता है.
  4. टोनर एक बहुत ही अच्छा पाउडर होता है, जिसमे प्लास्टिक और कार्बन मिला होता है . इमेजिंग प्रोसेस के दौरान यह इलेक्ट्रिकली charged होता है . यह ड्रम पर छड़ी(Stick) करने के कारण होता है, जहां लेज़र ने छवि लिखी थी। बाद में इस प्रक्रिया में, यह कागज को स्थानांतरित कर दिया जाता है.
  5. ट्रांसफर रोलर्स पेपर लेते हैं I छवि को कागज में स्थानांतरित किया जाता है क्योंकि चार्ज किए गए पेपर toner को आकर्षित करता है.
  6. fuser assemblies toner को हीट करके पेपर पर पिघला देता है . 
  7. ट्रांसफर बेल्ट का प्रयोग केवल हाई कवालीटी के लेजर प्रिंटर में किया जाता है . कलर सबसे पहले बेल्ट पर अप्लाई होता है तब पेपर पर अप्लाई होता है . 
  8. हाई वोल्टेज पॉवर सप्लाई हाई वोल्टेज प्रदान (1000 VDC(Voltage Direct Current ))करने के लिए प्रयोग में लिया जाता है . यह केवल लेजर प्रिंटर में प्रयोग लिया जाता है . 
ध्यान दें कि जब ड्रम दक्षिणावर्त(Clockwise) घूमता है, तो प्राथमिक चार्ज(Primary Charge) रोलर स्कैपर के बाद स्थित होता है और दीपक(Lamp) को मिटा देता है। इस बिंदु (Point)पर पूरी प्रक्रिया फिर से शुरू हो सकती है।दूसरी छवि (Image) पर कार्रवाई(Processed) की जा सकती है, उसे चार्ज किया जा सकता है, उजागर किया जा सकता है, विकसित किया जा सकता है, हस्तांतरित किया जा सकता है, और जुड़ा हो सकता है और ड्रम इसे फिर से करने के लिए साफ किया जा सकता है।

  • Color Laser Printer

ज्यादातर लेजर प्रिंटर केवल काले और सफेद रंग में मुद्रित करते हैं। रंगीन लेजर प्रिंटर उपलब्ध हैं, लेकिन बहुत अधिक कीमत पर। वे कुछ जीवंत छवियां बना सकते हैं, लेकिन इमेजिंग प्रक्रिया एक विशिष्ट लेजर प्रिंटर की तुलना में अधिक जटिल है। लेज़र प्रिंटर CMYK रंग का उपयोग करते हैं एक रंगीन लेजर प्रिंटर, चार सीएमवाईके रंगों में से प्रत्येक को अलग-अलग पास के साथ लागू करता है। फिर भी, पेज को फिट करने में दिक्कत आ जाती है तो प्रिंटआउट धुधला हो जाता है . और अन्य रंगों की समस्या आजाती है .

  • Laser Replace Toner

यदि आपका टोनर थोडा धीरे चलता तो , प्रिंटआउट की क्वालिटी डी ग्रेड की आती है . लेज़र प्रिंटर के लिए प्रयोग हो रहे सॉफ्टवेर अलर्ट मैसेज भेजता है की आपका टोनर धीमे चल रहा है , इसका साधारण सा उपाय है की आप टोनर को बदल दे . विभिन्न प्रकार के मॉडल में विभिन्न प्रकार के प्रोसीजर टोनर को रिप्लेस करने के लिए होते है . कंपनी के दिए गए निर्देशों का पालन करे . तथा उनमे दिए गए कुछ गाइड लाइन निम्न है जो लगभग सभी प्रकार के टोनर कार्टिज पर उपलब्ध है .
  1. बहुत टोनर कारटेज में सील लगा होता है जहा से क्लोर की लिकिंग होती है . यह प्लास्टिक का एक टुकड़ा होता है जो नए कारटेज को लगाने से पहले हटा दे , यदि आप उसको हटाये बिना लगाते हे तो आप का प्रिंटआउट blank आएगा . 
  2. न्यू को कारटेज को लगाते समय ध्यान दे की कारटेज की पैकेट को हटा दे और प्रिंटर में प्रयोग किये गए पुराने कारटेज को भी निकाल ले .
  3. यदि कारटेज बदलते समय , अपने आप से या किसी के द्वारा कही टेबल ,आदि पर गिर जाता है तो आप उसे पेपर या तोवेल को ठन्डे पानी में भिगो कर साफ़ कर सकते है . टोनर कारटेज में पिघलने वाला poweder होता है , जिसे न तो गर्म पानी से न ही फुक (हवा ) से साफ़ किया जा सकता है.
  4. मोस्ट लेजर टोनर कार्तेज में निर्देश दिए गए होते है की क्या रिप्लेस करने हे तथा किसे क्लीन करना है . 
  5. हाई वोल्टेज पाउडर पॉवर सप्लाई एक छोटा ओजोन क्रिएट करते है . जिसका गैस बहुत ही नुकसान दायक होता है . लेजर प्रिंटर में ओजोन को फ़िल्टर करता हे जिससे ओजोन के प्रभाव कम हो जाते है . यह बहुत कामन है जब टोनर को रिप्लेस किया जाए तो . 
इंकजेट प्रिंटर बहुत उच्च क्वालिटी रंग प्रिंटआउट बना सकता है और बहुत सस्ती है। इन दो लाभों को घर उपयोगकर्ताओं और कार्यालय उपयोगकर्ताओं के बीच बहुत लोकप्रिय बनाते हैं। ईस प्रकार के प्रिंटर के अंतर्गत बहुत सारे पार्ट नहीं होते , इसलिए आपको इसके बारे में बहुत डीपली जानने की जरूरत नहीं है , लेकिन हा इतना जानना जरुरी हे की ये अपना काम कैसे करता है .
निचे चित्र में इंकजेट प्रिंटर के बेसिक कॉम्पोनेन्ट को दिखाया गया है . एक या उससे अधिक प्रिंट हेड बेल्ट असेंबली से जुड़ा हुआ है , और यह असेंबली हेड्स को पेपर पर एक साइड से दुसरे साइड में मूव कराती है . इंककार्टेज प्रिंटर हेड से जुड़ा होता है , जो कही पर भी हो सकता है. कैर्रिज और बेल्ट असेंबली स्टेपर मोटर और पुल्ली और सेंसर  के दवरा कंट्रोल किये जाते है, सेंसर प्रिंट हेड के पोजीसन और पेपर को डिटेक्ट करता है . असेंबली से एक डाटा केबल जुड़ा होता हे जो पीसीबी(प्रिंटेड सर्किटबोर्ड) से प्रिंटर में जुड़ा होता है . 
प्रिंटर के अंतर्गत एक पेपर फीडर या पेपर ट्रे होता है, जहा हम पेपर को इन्सर्ट कर सकते है , और इसमे एक रोलर लगा होता है जो पेपर एक बार में एक प्रिंट के लिए भेजता है . 
basic component of an inkjet printer

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