What is tor browser, how does it work? in Hindi[टोर ब्राउज़र क्या है , कैसे काम करता है ?हिंदी में]
हैकिंग किसे कहते है ,इंटरनेट कैसे काम करता है?
जब वेब ब्राउज़र से सर्वर को कनेक्ट करते है तो डायरेक्ट माध्यम होता है जिससे सर्वर को पता चल जाता है की कौन से क्लाइंट ने सर्वर पर विजिट किया था ,कितने वक़्त तक रहा आदि.
उदहारण से समझे - आपने गूगल क्रोम ओपन किया और गूगल में आपने सर्च किया बहुत वेबसाइट पर विजिट किये , डाउनलोड किये , अपलोड किये . या आपने रीडिंग किया आदि . तो गूगल के सर्वर पर आपकी आईपी एड्रेस नोट हो जाता है , जिससे आपकी हिस्ट्री उसके पास सेव रहेगी .
लेकिन आप टोर ब्राउज़र के थ्रू सर्च करते है तो आप सीधे सर्वर से कनेक्ट नहीं होंगे आप टोर के कई सारे राऊटर से गुजरेंगे और अंत में सर्वर से क्यूनेक्ट होंगे लेकिन सर्च करके जब डाटा रिटर्न क्लाइंट पर होंगे तो आप अन्य राऊटर से होते हुए आएंगे जिससे ट्रैफिक एनालिसिस करना बहुत ही कठिन हो जाता है . निचे दिए गए चित्र के माध्यम से आप समझ सकते है .
तो यदि आप अपनी आईपी को छुपाने की कोशिस करना चाहते है तो यह ब्राउज़र आपके लिए सही है .
वीपीएन - वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क क्या है?
Image From Google |
निचे दिए लिंक पर क्लिक करके डाउनलोड करे और हां टोर ब्राउज़र कई राऊटर से होकर गुजरता है जिससे स्पीड में थोड़ा अंतर होता है , और भी कई सारी फैक्ट है जो अगले पोस्ट में आपके साथ शेयर करते है .तो बने रहिये कंप्यूटरगाइडहिंदी के साथ , एक बात ध्यान में रखियेगा जो जितना फायदा करता है नुकसान भी कर सकता है तो अगले पोस्ट में फायदे और नुकसान दोनों आपको बताते है .
Post a Comment
Blogger FacebookYour Comment Will be Show after Approval , Thanks