Expenditure Budget व्यवसायों को खरीद को ट्रैक करने और परिचालन लागत को न्यूनतम संभव राशि तक सीमित करने में मदद करता है। सावधानीपूर्वक योजना और विश्लेषण के माध्यम से, प्रबंधक कर रणनीतियों और नकदी प्रवाह (Cash Flow) के साथ व्यय का समन्वय कर सकते हैं। व्यय बजट के बिना, प्रबंधक अधिक खर्च करने और लाभ मार्जिन को कम करने या समाप्त करने का जोखिम उठाते हैं।
Expenditure Budget क्या है? हिंदी में

व्यय बजट क्या है? हिंदी में [What is Expenditure Budget? In Hindi]

Expenditure Budget विभिन्न मंत्रालयों/विभागों के राजस्व और पूंजी संवितरण को दर्शाता है और 'योजना' और 'गैर-योजना' के तहत प्रत्येक के संबंध में अनुमान प्रस्तुत करता है।

सरकार तीन अलग-अलग दस्तावेजों में व्यय पोर्टफोलियो तैयार करती है:
  • व्यय प्रोफ़ाइल (Expenditure Profile): व्यय प्रोफ़ाइल सरकार के सामान्य वित्तीय प्रदर्शन की रूपरेखा तैयार करने के लिए सभी मंत्रालयों और विभागों में प्रासंगिक डेटा संकलित करती है। यह व्याख्यात्मक दस्तावेजों में से एक है जो आर्थिक विश्लेषण में सहायता करता है। इस दस्तावेज़ में निहित विवरण मंत्रालयों द्वारा दिए गए आंकड़ों के आधार पर तैयार किए जाते हैं। कुछ विवरण व्यय बजट में निहित आंकड़ों पर आधारित हैं। इसमें जेंडर बजट, महिलाओं और बच्चों के कल्याण, पूर्वोत्तर राज्यों के लिए संसाधन आवंटन और अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के कल्याण पर बजटीय रुझान शामिल हैं।
  • अनुदान की मांग (Demand for Grant): यह वह दस्तावेज है जिसमें संविधान के अनुच्छेद 113 के अनुसरण में भारत की संचित निधि से व्यय का अनुमान प्रस्तुत किया जाता है। वे वार्षिक वित्तीय विवरण में शामिल होते हैं और लोकसभा में मतदान के लिए आवश्यक होते हैं। अनुदान की मांगों में आरोपित और मतदान व्यय दोनों शामिल हैं। इन्हें अंतिम उपयोग की प्रकृति के अनुसार आगे राजस्व और पूंजीगत व्यय के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
  • व्यय बजट (Expenditure Budget): जैसा कि ऊपर बताया गया है, व्यय बजट में विभिन्न मंत्रालयों और विभागों को किसी दिए गए वित्तीय वर्ष में उनके उचित कामकाज के लिए आवंटित की जाने वाली राशि का विवरण और अनुमान होता है। Education Cess क्या है?

व्यय बजट के भाग क्या हैं? [What are the Parts of Expenditure Budget? In Hindi]

व्यय बजट को आगे पूंजीगत व्यय और राजस्व व्यय में विभाजित किया गया है।
  • पूंजीगत व्यय (Capital Expenditure): यह व्यय संपत्ति के निर्माण पर खर्च की गई राशि से संबंधित है और सरकार के लिए देनदारियों में कमी का कारण है। यह प्रकृति में गैर-आवर्ती है और अर्थव्यवस्था के पूंजीगत स्टॉक में जोड़ता है, लंबी अवधि के विकास कार्यक्रमों और कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से अपनी उत्पादकता बढ़ाता है - उदाहरण के लिए, मेट्रो रेल नेटवर्क, राजमार्ग, बंदरगाहों आदि का निर्माण। इसमें ऋण भी शामिल हैं केंद्र शासित प्रदेशों और राज्यों को दिया गया, और उधार का पुनर्भुगतान।
  • राजस्व व्यय (Revenue Expenditure): यह खंड व्यय का विवरण है जो न तो संपत्ति बनाता है और न ही सरकार के लिए देयता में कमी का कारण बनता है। यह प्रकृति में आवर्ती है और सरकार के सामान्य कामकाज पर खर्च किया जाता है। राजस्व व्यय के तहत आवंटन में देश में वेतन, पेंशन, ब्याज, प्रशासन, रक्षा, स्वास्थ्य और अन्य सेवाओं पर खर्च का भुगतान शामिल है।

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