शिपिंग बिल क्या है? हिंदी में [What is Shipping Bill? In Hindi]
एक देश से दूसरे देश में माल भेजते समय, एक निर्यातक को विभिन्न औपचारिकताओं से गुजरना पड़ता है, जिसमें विभिन्न आवेदन जमा करना, लाइसेंस प्राप्त करना, शुल्क का भुगतान करना आदि शामिल हैं। निर्यात के लिए सीमा शुल्क से मंजूरी प्राप्त करने के लिए, एक निर्यातक को 'शिपिंग बिल' नामक एक आवेदन जमा करना होगा। जब तक निर्यातक शिपिंग बिल दाखिल नहीं करता, कोई माल लोड नहीं कर सकता। निर्यात हवाई, वाहन या जहाज के माध्यम से हो सकता है।
शिपिंग बिल की जांच और सीमा शुल्क द्वारा 'लेट एक्सपोर्ट ऑर्डर' और 'लेट शिप ऑर्डर' के साथ समर्थन (Endorsed) करने के बाद ही माल को देश से बाहर निर्यात किया जा सकता है।
शिपिंग बिलों के प्रकार [Type of Shipping Bill] [In Hindi]
शिपिंग बिल चार प्रकार के होते हैं:
- शुल्क योग्य शिपिंग बिल (Dutiable Shipping bill) : यह पीले कागज पर मुद्रित होता है और उन सामानों के लिए होता है जिन्हें निर्यात शुल्क के भुगतान पर निर्यात किया जाना है।
- ड्यूटी-फ्री शिपिंग बिल (Duty- Free Shipping Bill) : यह श्वेत पत्र (White Paper) पर मुद्रित होता है और बिना शुल्क भुगतान के निर्यात किए गए सामानों के लिए होता है। ये शुल्क वापसी के लिए पात्र नहीं हैं।
- ड्राबैक शिपिंग बिल (Drawback Shipping Bill) : यह हरे कागज पर छपा होता है, लेकिन एक बार दोष (Drawback) का भुगतान करने के बाद इसे श्वेत पत्र पर मुद्रित किया जाता है।
- ड्यूटी एंटाइटेलमेंट पासबुक योजना (डीईपीबी) के तहत माल के निर्यात के लिए शिपिंग बिल (Shipping Bill for export of goods under Duty Entitlement Passbook Scheme (DEPB) : यह नीले रंग में मुद्रित होता है; यह सरकार की डीईपीबी निर्यात प्रोत्साहन योजना के तहत निर्यात किए गए सामानों के लिए है। Shipping Conference क्या है?
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