Cash Credit एक अल्पकालिक बिजनेस लोन (Short Term business loan) है। यह त्वरित कार्यशील पूंजी (working capital) प्राप्त करने के इच्छुक उद्यमियों के लिए है । दूसरी ओर, एक ओवरड्राफ्ट सुविधा एक दीर्घकालिक वित्तीय सहायता (Long Term Financial Assistance) है । इसकी मदद से आप जीरो बैलेंस के साथ भी अपने अकाउंट से पैसे निकाल सकते हैं।
कैश क्रेडिट और ओवरड्राफ्ट में क्या अंतर है? [What is the difference between Cash Credit and Overdraft?] [In Hindi]
दोनों को आम तौर पर क्रेडिट सुविधाओं बैंकों या उधारदाताओं उधारकर्ताओं की पेशकश के रूप में संदर्भित किया जाता है । आपका ऋणदाता इस उद्देश्य के लिए कंपनी की सूची (list) की परिकल्पना का उपयोग करता है। कुछ वित्तीय संस्थान बैंक स्टेटमेंट पर भी विचार करते हैं ।
नकद ऋण क्या है? [What is cash loan?] [In Hindi]
कैश क्रेडिट (सीसी) एक छोटा व्यवसाय ऋण है जो एक वर्ष के लिए पेश किया जाता है। आम तौर पर, यह एक व्यवसाय की Working capital की जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
नकद क्रेडिट के बारे में जानने के लिए मुख्य बिंदु:
- आप केवल व्यवसाय से संबंधित उद्देश्यों के लिए धन का उपयोग कर सकते हैं।
- कैश क्रेडिट से राशि प्राप्त करने के लिए आपको एक अलग बैंक खाता खोलना होगा।
- ट्रांजेक्शन की संख्या और कैश क्रेडिट अकाउंट के लिए जारी की गई चेक बुक की कोई सीमा नहीं है। उधारकर्ताओं को हर तिमाही और सालाना एक बार निम्नलिखित दस्तावेज प्रस्तुत करने की आवश्यकता होती है - लाभ और हानि विवरण, बैलेंस शीट, जीएसटी फाइलिंग आदि।
- आम तौर पर, उधारदाताओं को उधारकर्ता को नकद ऋण (Cash Loan) ऋण लेने के लिए जमानत जमा करने की आवश्यकता होती है।
- ऋणदाता द्वारा निर्धारित नियमों और शर्तों के आधार पर ऋण दैनिक या साप्ताहिक रूप से चुकाया जा सकता है।
ओवरड्राफ्ट क्या है? [What is overdraft?] [In Hindi]
- एक ओवरड्राफ्ट सुविधा केवल नामी ग्राहकों के लिए उपलब्ध है। बैंक के साथ अच्छे संबंध और मजबूत वित्तीय स्थिति वाले ग्राहकों को बैंक यह सुविधा देते हैं।
- बैंक इस सुविधा के लिए फीस वसूलता है। शुल्क की राशि आपके खाते से आपके द्वारा निकाली गई अतिरिक्त राशि पर निर्भर करती है और यह एक बैंक से दूसरे बैंक में भिन्न होती है।
- ब्याज दर - ब्याज दर (Interest rate) संपत्ति के खिलाफ ऋण (एलएपी) जैसे निश्चित ऋणों से अधिक है, इसलिए यदि आपके पास आम तौर पर सीसी या ओडी खाते में पार्क करने के लिए अतिरिक्त पैसा नहीं है तो आपको एलएपी का विकल्प चुनना चाहिए।
- प्रोसेसिंग फीस - बैंक द्वारा ली जाने वाली प्रोसेसिंग फीस सामान्य रूप से .5% से .75% होती है और इस पर सौदेबाजी कर सकती है।
- न्यूनतम उपयोग की स्थिति - यदि सीसी या ओडी खाते का उपयोग एक निश्चित सीमा तक नहीं किया जाता है तो कुछ बैंक शुल्क वसूलते हैं। उदाहरण के लिए आप 10 लाख रुपये का ओडी खाता लेते हैं और वर्ष के दौरान औसत उपयोग 30% यानी 10 रुपये नहीं है । इसके बाद 3 लाख रुपए वसूले जाते हैं।
- खाता बंद करने के शुल्क - कुछ बैंक यदि आप खाता बंद करना चाहते हैं तो फौजदारी शुल्क (foreclosure charges) नामक शुल्क के रूप में ऋण राशि का प्रतिशत भी वसूलते हैं। यह आम तौर पर 1% से 2% तक होता है। यदि आपका बैंक 2% फौजदारी शुल्क (foreclosure charges) वसूलता है तो इसके लिए आपके लिए अन्य बैंक में स्थानांतरित करने के लिए फायदेमंद नहीं है, भले ही अन्य बैंक आपको बेहतर ब्याज दर देता है।
- इंटरेस्ट सर्विसिंग - कुछ बैंकों को ग्राहकों को अगले महीने के कुछ दिनों के भीतर कैश या चेक डिपॉजिट के जरिए महीने का ब्याज अकाउंट में जमा करना जरूरी था। व्यवसाय कैसे शुरू करें? [How to Start a Business?]
नकद ऋण के फायदे क्या है? [What are the advantages of cash loans?] [In Hindi]
- जल्द से जल्द वर्किंग कैपिटल सुनिश्चित करता है।
- आप केवल उपयोग की गई राशि का ब्याज देते हैं।
- न्यूनतम दस्तावेज और तेजी से प्रसंस्करण (Processing)।
- अधिकतम लचीलापन (Flexibility) प्रदान करता है।
ओवरड्राफ्ट के क्या फायदे हैं? [What are the advantages of overdraft?] [In Hindi]
- आपको एक अच्छा स्कोर बनाए रखने में मदद करता है।
- ऋण का समय पर पुनर्भुगतान सुनिश्चित करता है।
- न्यूनतम कागजी कार्रवाई।
- ब्याज की कम लागत।
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