नेटवर्क किये गए कंप्यूटर के NIC से निकले हुए केबल एक ही जगह लगाये जाते हे , जहा की उनका डाटा प्राथमिक रूप से शेयर होता है यह डिवाइस हब कहलाता है यह नेटवर्क में डाटा या डिवाइस के लिए उपलब्ध एक common कनेक्शन पॉइंट होता है हब में आया हुआ डाटा या रिक्वेस्ट पैकेट इसके द्वारा शेष सभी कनेक्शन पोर्ट्स पर कॉपी कर दिया जाता है इस प्रकार एक कंप्यूटर के रिसोर्सेज सभी कनेक्शन को दिया जाना संभव होता है और इसी प्रकार डाटा का स्थान्तरण भी होता है सामान्यतः हब तीन प्रकार के होते हे.
   1. पैसिव हब:- इसे सिर्फ डाटा के माध्यम/मार्ग की तरह प्रयोग किया जाता है और इसमे डाटा पैकेट सामान्य तरीके से दुसरे पोर्ट या दुसरे कंप्यूटर तक जाता है 
   2.इंटेलिजेंट हब:- यह एडमिनिस्ट्रेटर को इसमें हो रहे डेटा स्थान्तार्ण कको नियंत्रित करने की सुबिधा देता है इन्हें हम मैनेजबल हब भी कहते हे  




स्विच  क्या है इन हिंदी , नेटवर्किंग में 

   3.स्विचिंग हब:- यह डाटा पैकेट को सभी पोर्ट पर कॉपी न करके उसके टारगेट कंप्यूटर का पता लगाकर सिर्फ टारगेट कंप्यूटर के पोर्ट पर ही भेज दिया जाता हे इसके प्रयोग से कंप्यूटर पर भेजा जाने वाला अनावश्यक डाटा रोका जा सकता है  

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